सोहनी सूरत ,मोहनी मूरत
होटों पे बंसी धारी
कन्हैया तू ने पैरों की आंटी मारी !
पीला पीताम्बर ,नीला गमछा
कानों में शोभत बाली
कन्हैया तू ने पैरों की आंटी मारी !
मन लुभावत ,तन डोलावत ,
अखियाँ तेरी मतवाली
कन्हैया तू ने .................
टेढा मुख है टेढा तन है
टेढ़ी दुनिया तेरी
कन्हैया तू ने ................
"बेला" झूले और मुसकाये
तुझ पे जाए वारि
कन्हैया तू ने पैरों की आंटी मारी !
बेला
७-३-२०१२ /१० २० ए .एम्.
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