ओ मनवा मेरे !गोविदरा गुण गाइयो;
जिसने दिया तुझे तन उजियारो,
भगति करी ना और बिसरायो;
काहे को तूने जनम गँ वायो?
जुटी माया में लपटायो
बेला २५ ९ १९८४
१२.३०.ए.एम्
No comments:
Post a Comment