-----छुओ ना ,छुओ ना छुओ ना कहीं पे ,सोचो, बैठा हूँ छुप के कहाँ मैं ?
-----निकलो ना घर से बिना काम के, और ,मिलो ना मिला के हाथ किसी से |
-----मित्रों से मिलना फोन पे ही ठीक है ,पड़ोसी भी ठीक है अपने घरों में !
-----सामान जरूरी लाओ, उन्हें धो डालो ,फिर नहा लो साबुन मल के ,
-----कितनों के हाथ घूमी है सारी ,कौन जाने कहाँ छुपा मैं ? !
-----अपनी सुरक्षा के साथ सोच लो , ना आये कोई और लपेट में !
२४\३\२०२०
१.. पि.एम्.
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