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तुम ही तुम








----मेरी आँखों में तुम , मेरी नींदों में तुम 
----मेरे सपनो में तुम ,मेरी साँसों में तुम |
----हर जगह में हों तुम, हर हवा में हों तुम 
----फूल की खुशबू में तुम हर लहर में हों तुम |
----तुम ही हों तुम ही तुम ,तुम ही हों तुम ही तुम |

----विश्व चालाक हों तुम ,संहारक भी तुम ,
----मेंरे जीवन का एक ही सहारा हों तुम ,
----चरणों में तेरे क्याँ मै आरत करू ?
----स्वीकारना ,"बेला"की भक्ति को तुम |

----हरे कृष्ण हरे कृष्ण ,कृष्ण कृष्ण हरे हरे '
----हरे राम हरे રામ  राम राम हरे हरे |
                              १९ \११\२०१७ 
                                 ८.१० ए.एम्. इंडिया 

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