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याद



मैं तो तेरी ही यादमें खोई
 तू मुज़को भूल गया.

तूनेबंसीबट पे रास रचाया 
तूने गो-गोपियों के मन को चुराया 
तेरी बंसी ने तान ऐसी छेड़ी
के गोकुल डोल गया --मैं तो ---

तूने कुञ्ज-वन में खेल खिलाया 
तूने घर घर जा के माखन चुराया 
तूने 'बेला'की माला है धारी 
के सौरभ फ़ैल गयी 

मैंतो तेरी ही याद में खोई 
तू मुज़को भूल गया.
ओ कान्हा.....ओ कान्हा.....ओ कान्हा.

                        बेला
                         ३०/१/२०१२.कानपूर.७.४५.ए.एम्.

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