---तेरी गली कहीं पे खो गई !
---मोरे श्याम! मै रास्ता भटक गई !
---कहाँ तो रोज़ रोज़ तुझ से बात करती थी ,
---कब कैसे रास्ता चूक गई ? !
---बातें अब भूतकाल हो गई ,
---लहराते वो दिन खो चुकी।
---तेरी से लहरी से जो थी महकती ,
---वो "बेला" अब अरे ! सुखी हो गई ! !
७\४\२०२३
१. पि.एम्.
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